पतरघट प्रखंड के पामा पंचायत के पंचायत भवन में पंचायत स्तर के कर्मी का प्रतिनियुक्ति के बाद सरकार के तरफ से पंचायत भवन में पंचायत वासियों का काम जो प्रखंड कार्यालय स्तर पर होना चाहिए उसे पंचायत भवन में ही करवाने के उद्देश्य से पंचायत में ही कर्मी का प्रतिनियुक्ति किया है लेकिन प्रतिनियुक्त कर्मी कभी भी पंचायत भवन में नही आते हैं। पामा पंचायत भवन में प्रतिनियुक्त कर्मी का नाम मोबाइल नम्बर सहित बोर्ड लगा हुआ है लेकिन कोई कर्मी केवल कार्यलय सहायक छोर कभी नही आते हैं। वही कुछ प्रतिनियुक्त कर्मी पंचायत आते हैं लेकिन पंचायत भवन नही आते हैं। वही आम जनता को जॉब कार्ड बनाने के लिये प्रखंड कार्यालय का चक्कर लगाना पड़ता है। पंचायत सचिव अनूप कुमार से कोई काम हो तो वह भी केवल प्रखंड मुख्यालय में जमे रहते हैं। वही राजस्व कर्मचारी दीपक कुमार पंचायत पंचायत भवन नही आते हैं। तकनीकी सहायक प्रेम कुमार, लेखपाल निधी कुमारी, ग्राम कचहरी सचिव मुकेश कुमार,विकास मित्र आशा कुमारी, किसान सलाहकार राजेश कुमार सिंह, जीएचओ बन्दना कुमारी ये सभी का पामा पंचायत भवन में केवल बोर्ड पर नाम लिखा है और वरीय अधिकारी इसे पामा पंचायत में प्रतिनियुक्त कर दिया है। लेकिन ये प्रतिनियुक्त कर्मी सरकार और वरीय अधिकारियों को ठेंगा दिखा रहा है। वही सरकार कर्मी के लिये उपस्थिति के लिये बॉयोमेट्रिक लगाया है लेकिन उसे भी ठेंगा दिखा रहा है।
राज्य सरकार की अतिमहत्वाकांक्षी योजना पंचायत भवन में ही पंचायत के जनता का कार्य संपन्न कराने की कवायद पर पंचायत में प्रतिनियुक्त कर्मी रोड़ा अटका रहे हैं। जिससे पंचायत की अपनी सरकार के बैठकर कार्य निष्पादन की अवधारणा साकार होती नहीं दिख रही है। जबकि पामा पंचायत भवन में ऑनलाइन हाजरी बनाने को लेकर फिंगरप्रिंट मशीन भी लगाया जा चुका है। इसके बावजूद भी पंचायत भवन में पंचायत के कर्मी नहीं बैठ पा रहे हैं।
कार्यों के निष्पादन के लिए प्रखंड मुख्यालय ही जाना पड़ रहा है
जिसमें पंचायत सचिव, राजस्व कर्मचारी, डाटा एंट्री ऑपरेटर, आवास सहायक, मुखिया, सरपंच समेत पंचायत स्तर के सभी अधिकारी, कर्मचारी एवं प्रतिनिधि के कक्ष की भी व्यवस्था की गई है। सामाजिक सुरक्षा पेंशन, आय, जाति, निवास प्रमाण पत्र, प्रधानमंत्री आवास योजना, किसान सम्मान निधि योजना समेत अन्य योजनाओं के लिए आवेदनों का निष्पादन पंचायत भवन में ही किया जाएगा।
पंचायत सरकार भवन को समय से खुला रखे जाने तथा उसमें सभी कर्मियों को रोस्टर के अनुसार बैठने का प्रखंड व जिला प्रशासन का कागजी दावा को छोड़कर अगर जमीनी हकीकत से रूबरू होंगे तो प्रखंड व जिला प्रशासन का ये दावा पूरी तरह से गलत साबित होगा।
बता दें,कि एक तरफ प्रखंड व जिला प्रशासन कागजों पर बड़े-बड़े अधिकारियों व मंत्रियों को ढिंढोरा पीटकर कहती है कि पतरघट प्रखंड के पामा पंचायत भवन सहित सभी पंचायत के पंचायत भवन समय से खुलता है,और उसमें रोस्टर के हिसाब से सभी कर्मी भी बैठते हैं,लेकिन वहीं जब हमारे टीमों द्वारा इन सभी क्षेत्रों का जायजा लिया जाता है,तो अधिकांश कर्मी गायब हीं मिलते हैं। वहीं जब इस संबंध में संबंधित वरीय अधिकारी को सूचना दिया जाता है,तो प्रखंड प्रशासन आनन-फानन में वरीय अधिकारी को बिना कोई सूचना के गायब रहने वाले कर्मी के खिलाफ कागजी कार्रवाई दिखाने के लिए पंचायत सरकार भवन के कुछ कर्मी के खिलाफ कार्रवाई के नाम पर एक स्पष्टीकरण पूछ देते हैं।