मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गांधी, अम्बेडकर, लोहिया, जेपी और कर्पूरी जी को आदर्श मानकर राज्य में न्याय के साथ विकास किया। कोई जाति, धर्म या मजहब नही जो नीतीश जी के विकास कार्यों से लाभान्वित नही हुआ हो। नारी सशक्तिकरण के क्षेत्र में बिहार पूरे देश में उदाहरण साबित हुआ है। उक्त बातें पूर्व सांसद संतोष कुशवाहा ने रविवार को मधेपुरा के रासबिहारी हाई स्कूल मैदान में आयोजित जेडीयू कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कही। एनडीए की सरकार में विकास कार्यों की चर्चा करते हुए कुशवाहा ने कहा कि युवाओं के भविष्य को संवारने का प्रयास नीतीश जी लगातार कर रहे हैं। अब तक 34 लाख लोगों को रोजगार और सरकारी नौकरी मिल चुकी है और आगे भी हजारों युवाओं को नौकरी देने की प्रक्रिया चल रही है। राज्य के बजट का 18 फीसदी केवल शिक्षा पर खर्च हो रहामुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गांधी, अम्बेडकर, लोहिया, जेपी और कर्पूरी जी को आदर्श मानकर राज्य में न्याय के साथ विकास किया। कोई जाति, धर्म या मजहब नही जो नीतीश जी के विकास कार्यों से लाभान्वित नही हुआ हो। नारी सशक्तिकरण के क्षेत्र में बिहार पूरे देश में उदाहरण साबित हुआ है। उक्त बातें पूर्व सांसद संतोष कुशवाहा ने रविवार को मधेपुरा के रासबिहारी हाई स्कूल मैदान में आयोजित जेडीयू कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कही। एनडीए की सरकार में विकास कार्यों की चर्चा करते हुए कुशवाहा ने कहा कि युवाओं के भविष्य को संवारने का प्रयास नीतीश जी लगातार कर रहे हैं। अब तक 34 लाख लोगों को रोजगार और सरकारी नौकरी मिल चुकी है और आगे भी हजारों युवाओं को नौकरी देने की प्रक्रिया चल रही है। राज्य के बजट का 18 फीसदी केवल शिक्षा पर खर्च हो रहा है। वर्ष 2005 में 12 फीसदी बच्चे स्कूल से बाहर थे अब एक फीसदी से कम बाहर हैं। नारी सशक्तिकरण के प्रयास का नतीजा है कि बेटियां पढ़ाई में बेटों से अव्वल साबित हो रही है। स्कूल जाने वाली बेटियां पोशाक और साईकल से लैस है। साईकल के आविष्कारक मैकमिलन ने भी यह नहीं सोचा होगा कि एक दिन शिक्षा के क्षेत्र में यह साईकल बदलाव का वाहक साबित होगा। लगातार मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेज,पॉलिटेक्निक कॉलेज की स्थापना हो रही है। प्रदेश में 05 विश्वविद्यालय की स्थापन हुई जिसमें एक पूर्णियां विश्वविद्यालय भी शामिल है। कुशवाहा ने कहा कि 44 फीसदी युवा जिन्होंने 2005 के पहले का दौर नही देखा उन्हें हकीकत बताने की जरूरत है।
संवाद सूत्र/सनातन कुमार