BIHAR:अमृत काल के गजल उत्सव में जुटेंगे दिग्गज गजलकार, कवि व कवयित्री, 26 नवंबर को - Bihar City News

Breaking News

Friday, November 24, 2023

BIHAR:अमृत काल के गजल उत्सव में जुटेंगे दिग्गज गजलकार, कवि व कवयित्री, 26 नवंबर को

अमृत काल के गजल उत्सव में जुटेंगे दिग्गज गजलकार, कवि व कवयित्री, 26 नवंबर को

रमेश कंवल द्वारा संकलित व संपादित पांच पुस्तकों का होगा लोकार्पण 

ANA/Arvind Verma 

पटना (बिहार)।  बज़्मे-हफ़ीज़ बनारसी, पटना ने बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन भवन में अमृत काल का ग़ज़ल उत्सव आगामी 26 नवंबर के अपराह्न तीन बजे आयोजित किया जाएगा। ग़ज़ल उत्सव का उद्घाटन भोजपुरी के लब्ध प्रतिष्ठ साहित्यकार और भूपेन्द्र नारायण विश्वविद्यालय, मधेपुरा के पूर्व वाइस चांसलर प्रो. (डॉ.) रिपुसूदन श्रीवास्तव करेंगे। जस्टिस मृदुला मिश्रा,पूर्व वाइस चांसलर, चाणक्य विधि राष्ट्रीय विश्वविद्यालय, पटना मुख्य अतिथि होंगी। इम्तियाज़ अहमद करीमी, सदस्य, बिहार लोक सेवा आयोग, डॉ. अनिल सुलभ, अध्यक्ष, बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन,पटना, डॉ. अख्तर मसूद, बनारस, और देश के जाने माने ग़ज़लकार राजमूर्ति सौरभ विशिष्ट अतिथि का पद सुशोभित करेंगे। अमृत काल का ग़ज़ल उत्सव में रमेश ‘कँवल’ द्वारा संकलित, संपादित और प्रस्तुत ५ किताबों और दिल्ली से पधारे शायर श्री कालजयी घनश्याम का ग़ज़ल संग्रह "उत्सव का दालान" का लोकार्पण किया जाएगा |
१. स्वतंत्रता के ७५ वें साल में ७५ रदीफों में कही गईं लगभग ६०० ग़ज़लों का संग्रह "अमृत महोत्सव की ग़ज़लें" 
२. माँ सरस्वती, भगवान गणेश, भगवान हनुमान, भगवान शिव,  भगवान राम, भगवान श्री कृष्ण,भगवान बलराम , माँ दुर्गा एवं माँ की स्तुति वंदन में रचित कविताओं का संग्रह "वंदन ! शुभ अभिवंदन !!”
3. हफ़ीज़ बनारसी की ग़ज़लों का देवनागरी लिपि में संग्रह "आज फूलों में ताज़गी कम है" और "क्या सुनाएं हाले-दिल"
४. एक रुकन पर कही गई ग़ज़लों का संग्रह "एक रुकनी अनूठी ग़ज़लें"
५. दिल्ली के शायर कालजयी घनश्याम का ग़ज़ल संग्रह"उत्सव का दालान"। इस अवसर पर अमृत काल का ग़ज़ल उत्सव नाम से एक ई-बुक का लोकार्पण भी किया जाएगा। अमृत काल का ग़ज़ल उत्सव में कवि सम्मेलन और मुशायरा का आयोजन भी होगा जिसमें सर्वश्री राजमूर्ति सौरभ, प्रतापगढ़, डॉ. गोरख प्रसाद मस्ताना, बेतिया, कालजयी घनश्याम दिल्ली, खगड़िया से शिव कुमार सुमन, विकास सोलंकी, विकास कुमार विधाता, साधना भगत, लखीसराय से राजेंद्र राज, गया से ज़िया उर रहमान ज़ाफ़री, सासाराम से शकील सह्सरामी, शगुफ्ता सहसरामी के अलावा पटना से प्रेम किरण, कुमार पंकजेश, अनिल कुमार सिंह, भगवती प्रसाद द्विवेदी, नसीम अख्तर,समीर परिमल , शुभ चन्द्र सिन्हा, डॉ. नसर आलम नसर,शिव नारायण, आर.पी. घायल, डॉ. (प्रो.) सुधा सिंहा, ज्योति मिश्रा डॉ. पूनम सिन्हा श्रेयसी, तलअत परवीन , राज कांता राज, आराधना प्रसाद ,रूबी भूषण अनीता सिद्धि मिश्रा डॉ. पंकजवासिनी और डॉ. अलका वर्मा ग़ज़ल पाठ के लिए आमंत्रित हैं | बज़्मे-हफ़ीज़ बनारसी,पटना के चेयर पर्सन और पटना के पूर्व एडीम (ला एण्ड ऑर्डर), रमेश 'कँवल' ने शहर के ग़ज़ल प्रेमियों को इस ग़ज़ल उत्सव की शोभा बढ़ाने का अनुरोध किया है |