विश्व एड्स दिवस के अवसर पर सोमवार को सहरसा में जागरूकता रैली निकाली गई। मनोहर उच्च विद्यालय के प्रांगण से शुरू हुई इस रैली में स्कूली छात्राओं ने भी हिस्सा लिया।
जागरूकता ही बीमारी से बचाव का सशक्त माध्यम
रैली का मुख्य उद्देश्य एचआईवी/एड्स के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाना और बचाव के उपायों को जन-जन तक पहुंचाना था। इस दौरान डॉ. सुशील कुमार आज़ाद ने छात्रों और उपस्थित लोगों को एड्स से संबंधित विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जागरूकता ही इस बीमारी से बचाव का सबसे सशक्त माध्यम है।
अब लोग एचआईवी को लेकर अधिक जागरूक
स्कूल के प्राचार्य मिथिलेश कुमार और सदर अस्पताल के आईसीटीसी के पर्यवेक्षक मनोज कुमार सिंह, निदेशिका ज्योति मिश्रा अपने दल के साथ मौजूद रहे। आईसीटीसी पर्यवेक्षक मनोज कुमार सिंह ने जिले में एचआईवी/एड्स की वर्तमान स्थिति पर जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अब लोग एचआईवी को लेकर अधिक जागरूक हुए हैं।
अब लोग खुलकर चर्चा कर रहे हैं, नियमित जांच करा रहे हैं और रिपोर्ट भी ले रहे हैं। बिहार राज्य एड्स नियंत्रण समिति के कार्यक्रमों का सकारात्मक असर दिख रहा है। मनोज कुमार सिंह ने बताया कि वर्ष 2024 की तुलना में वर्ष 2025 में काउंसलिंग और टेस्टिंग में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है।
1913 पुरुष और 477 महिलाओं की हुई टेस्टिंग
इस वर्ष 1913 पुरुष और 477 महिलाओं की अतिरिक्त काउंसलिंग एवं टेस्टिंग की गई। आईसीटीसी रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2025 में कुल 39 पॉजिटिव केस मिले हैं, जिनमें 29 पुरुष और 10 महिलाएं शामिल हैं।
उन्होंने यह भी बताया कि पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष महिला पॉजिटिव मामलों में एक की कमी दर्ज की गई है।
जुलाई 2003 से नवंबर 2025 तक 1,74,352 लोगों की हुई काउंसलिंग
मनोज कुमार सिंह के अनुसार, जुलाई 2003 से नवंबर 2025 तक कुल 1,74,352 लोगों की काउंसलिंग और 1,74,347 लोगों की टेस्टिंग की जा चुकी है। इसमें से अब तक कुल 689 लोग एचआईवी पॉजिटिव पाए गए हैं।