नवादा जिले के काशीचक के तत्कालीन थानाध्यक्ष अक्षय कुमार गुप्ता समेत चार लोगों के विरुद्ध हत्या की प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है। काशीचक थाने में 27 नवम्बर को दर्ज कांड संख्या-172/25 में थानाध्यक्ष, काशीचक थाना क्षेत्र के भट्टा गांव के कमलेश प्रसाद के बेटे सिंटू कुमार व उसके मामा के अलावा एक अन्य पुलिसकर्मी आरोपित किये गये हैं। मृतक के पिता काशीचक थाने के बौरी गांव के स्व. द्वारिका पंडित के बेटे व अशोक पंडित का आरोप है कि उपरोक्त चारों ने मिलकर थाने में ही उसके बेटे की हत्या कर दी। मामला बौरी गांव के 17 वर्षीय किशोर सन्नी कुमार की पुलिस कस्टडी में संदिग्ध मौत से जुड़ा है।
वादी का आरोप है कि 26 नवम्बर की शाम करीब 07 बजे काशीचक की पुलिस व डायल 112 की टीम उसके घर पहुंची और उसके बेटे सन्नी कुमार को उठाकर थाने ले आयी। पूछने पर पुलिस ने बताया कि उसके बेटे के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है। वे लोग भी पीछे-पीछे थाने पहुंचे। जहां उसके बेटे को एक कमरे में रखा गया था। रात 12 बजे पुलिसकर्मियों ने उन्हें वहां से हटा दिया। अगले दिन सुबह 08 बजे थाने पहुंचने पर उसका बेटा नहीं मिला। पुलिस ने कहा कि उसे अस्पताल भेजा गया है। अस्पताल जाने पर उसके बेटे का शव पुलिस की गाड़ी में पड़ा था।
थानाध्यक्ष समेत तीन निलंबित, सीआई को प्रभार
इस मामले में संज्ञान लेते हुए एसपी अभिनव धीमान द्वारा तत्काल काशीचक थानाध्यक्ष समेत तीन को निलंबित कर दिया गया था। निलंबित होने वालों में तत्कालीन थानाध्यक्ष अक्षय कुमार गुप्ता के अलावा एएसआई लवलेश्वर कुमार धान व चौकीदार कपिलदेव पासवान शामिल हैं। वहीं होमगार्ड के एक जवान हरेराम कुमार को 06 माह के लिए ड्यूटी से वंचित कर दिया गया था।
सभी पर कार्यों में लापरवाही का आरोप लगाया गया है। थानाध्यक्ष की जगह पर वारिसलीगंज के सर्किल इंस्पेक्टर धर्मेन्द्र कुमार को काशीचक थानाध्यक्ष का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था। इधर, काशीचक थाना कांड संख्या-172/25 की जांच के लिए साइबर थाने के इंस्पेक्टर अनिल कुमार सिंह को अनुसंधानकर्ता बताया गया है।
सीसीटीवी जांच में फांसी लगाने का साक्ष्य मिला
मामले की जांच के लिए पकरीबरावां एसडीपीओ राकेश कुमार भास्कर के नेतृत्व में जांच टीम गठित की गयी है। बताया जा रहा है कि थाने के सीसीटीवी की आरंभिक जांच में सीसीटीवी फुटेज में फांसी लगाने का साक्ष्य मिला है। किशोर अपने गले में शॉल से खिड़की के ग्रिल में फांसी लगाता हुआ दिखायी पड़ रहा है। पुलिस अभी भी मामले की जांच कर रही है। पूरा मामला प्रेम-प्रसंग से जुड़ा बताया जाता है।
बताया जाता है कि सन्नी एक नाबालिग लड़की को लेकर भाग जाता है और दोनों शादी कर लेते हैं। दोनों बाद में लौट आते हैं। पुलिस इस मामले में सन्नी को उसके घर से थाने ले जाती है। आरोप है कि लड़की का भाई बिहार पुलिस में है। जिसके मेल में आकर थानाध्यक्ष ने सन्नी के साथ मारपीट की, जिससे उसकी मौत हो गयी। प्रमाण हेतु थानाध्यक्ष के मोबाइल की सीडीआर निकालने का वादी ने अनुरोध किया है।
पकरीबरावां एसडीपीओ ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है। प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है। किशोर को थाने के भीतर महिला हेल्प डेस्क के कमरे में चौकीदार की अभिरक्षा में रखा गया था। परंतु चौकीदार कुछ देर के लिए वहां से हट गया। इस बीच किशोर ने गले में शॉल लपेटकर फांसी लगा लिया। सीसीटीवी फुटेज में साक्ष्य मिला है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद पूरी स्थिति स्पष्ट कर दी जाएगी।