सालों से लंबित सहरसा एयरपोर्ट का सपना अब साकार होने की दिशा में ठोस कदमों के साथ आगे बढ़ रहा है। उड़ान (UDAN) योजना के तहत शामिल इस परियोजना को लेकर एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) की तीन सदस्यीय तकनीकी टीम ने दूसरे चरण का सर्वे कार्य शुरू कर दिया है।
टीम लीडर रविंद्र सिंह के नेतृत्व में रजत गुप्ता और पंकज सिंह रनवे के साथ-साथ आसपास के क्षेत्रों का निरीक्षण कर रहे हैं। सर्वे में मोबाइल टावर, भवन, पेड़-पौधों समेत सभी संभावित अवरोधों को चिह्नित किया जा रहा है, ताकि भविष्य में उड़ानों के संचालन में कोई तकनीकी बाधा न आए।
टीम अगले छह दिनों तक क्षेत्र का विस्तृत मूल्यांकन कर एक व्यापक रिपोर्ट तैयार करेगी, जिसमें जनसंख्या घनत्व, नजदीकी रेलवे स्टेशन, स्कूल, कॉलेज, मेडिकल कॉलेज और अन्य आधारभूत सुविधाओं का विश्लेषण शामिल होगा।
रनवे विस्तार के लिए भूमि अधिग्रहण शुरू
गौरतलब है कि फरवरी 2025 में एयरपोर्ट अथॉरिटी ने सहरसा एयरपोर्ट की फिजिबिलिटी रिपोर्ट प्रस्तुत की थी, जिसमें इसे व्यावसायिक रूप से लाभकारी बताया गया था। इसके बाद जिला प्रशासन ने भी तैयारी तेज कर दी है। मौजूदा 854 मीटर लंबे रनवे को पश्चिम दिशा में 1121 मीटर तक बढ़ाने की योजना बनाई गई है।
इसके लिए करीब 12.08 एकड़ भूमि की आवश्यकता होगी, जिसे अधिगृहीत करने की प्रक्रिया प्रशासनिक स्तर पर शुरू कर दी गई है। जिलाधिकारी दीपेश कुमार ने बताया कि जमीन की पहचान और रनवे मापी का कार्य तेजी से किया जा रहा है।