मधेपुरा के उदाकिशुनगंज थाना क्षेत्र के बिषहरिया गांव स्थित मध्य विद्यालय में पदस्थापित शिक्षक मंटू राम (40) का अपहरण कर अपराधियों ने हत्या कर दी। वह ग्वालपाड़ा थाना क्षेत्र के बिषवारी गांव के रहने वाले थे। उनका शव सहरसा के बसनही थाना क्षेत्र के बैठ मुसहरी-महुआ बाजार जाने वाली सड़क के बीच मिला।
हत्या के विरोध में परिजन सहित स्थानीय लोगों ने ग्वालपाड़ा में एनएच-106 को जाम कर दिया। आगजनी कर घटना का विरोध जताया। आक्रोशित लोग हत्यारे की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। मौके पर उदाकिशुनगंज के एसडीएम एसजेड हसन और एसडीपीओ अविनाश कुमार ने लोगों को समझाकर शांत करवाया।
बताया जाता है कि करीब चार साल पहले शिक्षक मंटू राम के पिता श्यामलाल राम की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। पिता की हत्या मामले में आरोपितों द्वारा शिक्षक पर मेल करने का दबाव बनाया जा रहा था। लोगों में चर्चा है कि मेल नहीं करने की स्थिति में शिक्षक की हत्या कर दी गई। वहीं, हत्या का दूसरा पहलू प्रेम-प्रसंग का मामला सामने आ रहा है।
शिक्षक मंटू राम का अपहरण कर हत्या करने के मामले में मृतक के भाई सिंटू राम ने उदाकिशुनगंज थाना में केस दर्ज कराया है। जिसमें 17 लोगों को आरोपी बनाया गया है। जानकारी के अनुसार शिक्षक मंटू अपने पदस्थापन वाले गांव की ही एक शिक्षिका के घर किराए पर रह रहा था।
शुक्रवार की रात करीब नौ बजे शिक्षक अपने किराए के घर में खाना खा रहा था। उसी वक्त चारपहिया वाहन पर सवार होकर आए हथियारबंद बदमाशों ने शिक्षक का अपहरण कर लिया। इस बात की जानकारी शिक्षिका ने शिक्षक के घर वालों को दी। घर वालों ने इसकी सूचना उदाकिशुनगंज पुलिस को दी।
मौके पर पहुंची बसनही थाना पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करा कर परिजन को सौंप दिया। उदाकिशुनगंज थानाध्यक्ष विनोद कुमार सिंह ने बताया कि परिजनों के द्वारा दिए गए आवेदन पर के आधार पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गई थी। हत्या में शामिल अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।